भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर

कौशिक टंडन ब्यूरो चीफ बरेली NewsAVP

*भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर*

बरेली 27। भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर के सूकर उत्पादन प्रक्षेत्र, एलपीएम अनुभाग द्वारा अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए पाँच दिवसीय “सूकर पालन पर उदयमिता विकास” प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण में उत्तरप्रदेश एवं महाराष्ट्र से 50 लाभार्थी भाग ले रहें हैं।

कार्यक्रम के उदघाटन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि एवं संस्थान की संयुक्त निदेशक, प्रसार शिक्षा, डॉ रूपसी तिवारी ने बताया कि सूकर पालन कम कीमत पर कम समय में अधिक आय देने वाला व्यवसाय साबित हो सकता हैं,जो युवक सूकर पालन को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहते हैं उनके लिए इस क्षेत्र में असीम संभावनाएँ हैं । उन्होने कहा की संस्थान द्वारा सूकर पालन पर समय समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहे हैं। उन्होने संस्थान द्वारा विकसित मोबाइल एप्प तथा संस्थान द्वारा चलाये जा रहे राष्ट्रीय कृषि विकास योजना- कृषि और संबद्ध क्षेत्र कायाकल्प के लिए लाभकारी दृष्टिकोण (आरकेवीवाई-रफ्तार) के बारे में विस्तार से बताया विशिष्ट अतिथि एवं पशुधन उत्पादन एवं प्रबंधन अनुभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ मुकेश सिंह ने सूकर पालन के बारे में बताते हुए कहा कि सूकर एक ऐसा पशु है, जिसे पालना आय की दृष्टि से बहुत लाभदायक हैं । मांस उत्पादन में दूसरे पशुओं के मुकाबले सूकर से पर्याप्त मात्रा में मांस प्राप्त हो जाता है। सूकर में एक बार में 8-15 बच्चे पैदा करने की क्षमता तथा अन्य पशुओं की तुलना में साधारण आहार को मांस में परिवर्तित करने की अधिक क्षमता होती है।कार्यक्रम के संयोजक एवं प्रभारी, सूकर उत्पादन प्रषेत्र, डॉ अनुज चौहान ने बताया कि अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है । प्रतिभागियों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान सूकरों की उपयोगी नस्लें, आवास निर्माण एवं प्रबन्धन, विभिन्न वर्ग/अवस्थाओं में शूकर में पोषण प्रबन्धन, उत्तम संतति हेतु सूकरों का चयन, सूकर फार्म का आर्थिक प्रबन्धन, सूकरों के मुख्य रोग लक्षण निदान एवं नियन्त्रण, जैव सुरक्षा, सूकरों का विपणन एवं बीमा, सूकर मांस उत्पादन विशेषताएं एवं विभिन्न उत्पाद, सूकर पालन प्रोत्साहन हेतु सरकारी योजना तथा ऋण सुविधा आदि के बारे मे विस्तृत जानकारी प्रदान की जायेगी।

कार्यक्रम का संचालन एलपीएम अनुभाग के वैज्ञानिक डॉ अयोन तरफदार द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन इसी अनुभाग के वैज्ञानिक डॉ विवेक जोशी द्वारा दिया गया । इस अवसर पर डा दिनेश कुमार, डॉ सुनील जाधव सहित अनुभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे ।