सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 715 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया : भगत सिंह वर्मा
सहारनपुर : गन्ना भुगतान ब्याज और गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 का कुंतल कराने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल उप गन्ना आयुक्त से मिला
सहारनपुर जिले की छह चीनी मिलों पर 715 करोड रुपए गन्ना भुगतान बकाया : भगत सिंह वर्मा
प्रदेश सरकार गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंतल तत्काल घोषित करें : वर्मा
✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,ब्यूरो-न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:।
सहारनपुर (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। आज यहां पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर गन्ना भवन सहारनपुर में उप गन्ना आयुक्त डॉक्टर दिनेश्वर मिश्र से मिला। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सहारनपुर जिले की 6 चीनी मिलों पर गन्ना सीजन 2021-22 का आज तक 715 करोड रुपए गन्ना भुगतान और जिले की 6 चीनी मिलों द्वारा पिछले वर्षों में देरी से किए गए गन्ना भुगतान पर लगा ब्याज 600 करोड़ रुपए का है। सहारनपुर मंडल की 17 चीनी मिलों पर 2150 करोड रुपए गन्ना भुगतान और सोलह सौ करोड रुपए ब्याज बकाया है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि सरकार की गलत नीति के कारण चीनी मिलें गन्ना किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्य तो दूर लागत मूल्य भी नहीं दे रही हैं। जिसके कारण गन्ना किसान भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि शुगर कंट्रोल ऑर्डर 1966 के अनुसार जो चीनी मिलें 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को भुगतान नहीं करती हैं उन्हें 15% वार्षिक ब्याज दर से गन्ना किसानों को ब्याज अदा करना चाहिए और ब्याज बकाया वाली चीनी मिलों को गन्ना किसानों से किराया काटने का भी अधिकार नहीं है। भगत सिंह वर्मा ने उप गन्ना आयुक्त को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर चीनी मिलों से अविलंब गन्ना भुगतान व ब्याज दिलाने की मांग की। भगत सिंह वर्मा ने प्रदेश सरकार से गन्ने का लाभकारी रेट ₹600 कुंतल दिलाने, किराया न काटने, एक कुंतल गन्ने से एक किलोग्राम कटौती न काटने, चीनी मिलों से किसानों को खाद हेतु नि:शुल्क प्रेसमढ मैली दिलाने, सहारनपुर जिले की बंद पड़ी विडवी चीनी मिल और टोडरपुर चीनी मिल को चलाने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल में पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय सह संयोजक रविंद्र चौधरी और प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल शामिल रहे।