5 जून 2024 को आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के बायो केमिस्ट्री विभाग में ‘ग्रीन क्लीन अर्थ’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया

5 जून 2024 को आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के बायो केमिस्ट्री विभाग में ‘ग्रीन क्लीन अर्थ’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वदेशी खेलों को बढावा देने वाले सेवानिवृत्त आई. ए. एस. अजय दीप सिंह रहे जिन्होंने ने कहा कि जो जितना प्रकृति के समीप रहता है वह उतना ही प्रकृति का संरक्षण करने का भाव रखता हैं। सेमिनार की अध्यक्षता गंगा समग्र न्यास के सदस्य लोक भारती के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ खेमका जी ने की । सेमिनार के मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. ध्रुवसेन, जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति , सभ्यता, एवं रीति रिवाजों में पर्यावरण संरक्षण के भाव निहित है डॉ. सी. एम.नौटियाल जी ने कहा कि पृथ्वी पर बढ़ते ग्रीन हाउस प्रभाव को रोकने की आवश्यकता है। प्रो सुधीर मेहरोत्रा जी ने कहा कि विकास होना चाहिए बिना विनाश के इसलिए प्रकृति का संरक्षण आवश्यक है सेमिनार का उद्घाटन भाषण प्रो.डी.के. अवस्थी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर अंशु केडिया प्राचार्या खुन खुन जी गर्ल्स डिग्री कॉलेज के द्वारा किया गया। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य लोगों के द्वारा बढ़ते हुए तापमान से धरती को बचाना एवं धरती से जल दोहन कम करना।विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित सेमिनार के प्रमुख बिंदु थे – अर्थ प्रोटेक्शन। सेमिनार की प्रमुख थीम थी-

ग्रीन क्लीन अर्थ। सेमिनार में आजीवन योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से श्री विश्वनाथ खेमका जी को सम्मानित किया गया।

विनोद श्रीवास्तव जी द्वारा भृंगराज, पीपली, अश्वगंधा,

इसके अतिरिक्त परवेश जैसे 10 औषधीय पौधे लगाए गए।

सेमिनार के आयोजन में बायौ केमिस्ट्री विभाग, एसोसिएशन ऑफ केमिस्ट्री टीचर्स इंडिया, उत्तर-प्रदेश अकैडमी ऑफ साइंस, खुन खुन जी गर्ल्स पी जी कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। श्रद्धा सिन्हा, डॉ सीमा जोशी, तबस्सुम आदि ने सहयोग किया।

डॉ कंचन यादव द्वारा सभी प्रतिभागियों को खूबसूरत प्लांट्स दिए गए ।

सेमिनार में प्रो मनोज पांडेय , डॉ शालिनी शुक्ला आदि ने अपने विचार रखे ।