बढ़े तापमान ने 25 फीसद कम की आम की पैदावार 25 हजार हेक्टेयर में होता है सहारनपुर की आमपट्टी में आम
सहारनपुर : बढ़े तापमान ने 25 फीसद कम की आम की पैदावार
25 हजार हेक्टेयर में होता है सहारनपुर की आमपट्टी में आम
✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,ब्यूरो चीफ-न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:।
सहारनपुर (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। इस बार भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप को फलों का राजा आम भी नहीं झेल पाया। सामान्य से ज्यादा बढ़े तापमान में सहारनपुर की आम पट्टी में अबकी आम की पैदावार 25 से 30 फीसद तक कम कर दी है। जिला उद्यान अधिकारी अरूण कुमार ने बताया कि इस बार मार्च महीने में तापमान 35 से 37 डिग्री सेल्सियस रहा और आम के जिन बागों में उस वक्त सिंचाई नहीं हो पाई उनमें बढ़ी गर्मी से आम के बोर में विपरीत असर हुआ। बोर में आम भी कम बैठा। उन्होंने बताया कि आम की फसल को गर्मी के अलावा भुनगा कीट ने भी प्रभावित किया। भुनगा कीट का प्रकोप इस बार आम पर ज्यादा दिख रहा है। सहारनपुर का बेहट क्षेत्र आम पट्टी के रूप में अपनी पहचान रखता है। यहां से दशहरी, चैसा और लंगड़ा प्रजाति का आम इंग्लैंड, जापान, अमेरिका, यूरोप और आस्ट्रेलिया आदि देशों में निर्यात होता है। देश में भी यहां के आम की बहुत मांग और खपत है। बेहट के आम बाग मालिक मोहित जैन ने बताया कि उनके बाग में अबकी आम की फसल 50 फीसद से ज्यादा होने की संभावना नहीं है। भीषण गर्मी से आम पेड़ों से टूट कर नीचे गिरने से भारी नुकसान हुआ है। ग्राम प्रधान शाहपुर गाढ़ा मंसूर चौधरी ने कहा कि आम पर सूंड़ी कीटों का प्रकोप होने के चलते कई बार कीटनाशकों का छिड़काव कराना पड़ा। जिससे फसल की लागत बढ़ गई। बेहट में आम बाग के एक बड़े मालिक अंसुल सिंघल ने कहा कि इस बार आम की क्वालिटी बहुत अच्छी है। लेकिन गर्मी और कीटों के प्रकोप ने पैदावारी बहुत कम कर दी है। पिछले साल से अबकी घाटा होगा। सहारनपुर जिले में आम की औसत पैदावार साढ़े 11 टन प्रति हेक्टेयर है और 25 हजार हेक्टेयर रकबे में आम के बाग हैं। आमों पर इस बार अच्छा बोर आने से आम बागों के मालिक बेहद खुश थे लेकिन गर्मी ने उनके चेहरे मुर्झा दिए हैं। कम पैदावार होने से आम का निर्यात गिरेगा और आम लोगों की पहुंचे से आम बाहर हो जाएगा।