बदायूँ :- जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपाइयों ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया
संवाददाता -प्रांशु गुप्ता
स्थान – बदायूं (यूपी) News AVP
बदायूँ :- जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को भाजपाइयों ने बलिदान दिवस के रूप में मनाया। डॉ. मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की उनके जीवन परिचय और राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण पर प्रकाश डाला। राष्ट्र सेवा के लिए उनके द्वारा स्थापित मानकों पर चलते हुए बताए गए रास्ते पर संकल्प लिया गया जो कि प्रत्येक बूथ पर पार्टी के जनप्रतिनिधियों एवमं कार्यकर्ताओ ने अलग-अलग बूथ पर बड़ी संख्या में बलिदान दिवस के रूप में मनाया।
केंद्रीय राज्यमंत्री बी०एल० वर्मा ने उझानी नगर में आयोजित कार्यक्रम में कहा राष्ट्र, समाज और संगठन के लिए जिन्होंने सर्वस्व न्योछावर कर दिया ऐसे महान पुरुषों के दम पर हमारी राष्ट्रवादी ऊर्जा सदैव सुरक्षित और संरक्षित है। आजादी के बाद भारत को अच्छुण रखने की मुहिम मे भारतीय जनता पार्टी एवं जन संघ ने भाग लिया है। उसके लिए बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री की दोरंगी नितियों के खिलाफ देश की एकता एवं अखंडता के लिए केन्द्रीय मंत्री मंडल को लात मारकर संघर्षों का रास्ता चुना था। उस संघर्षों के सपनों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे भारतीय जनता पार्टी कि सरकार ने पूर्ण किया है।
जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने सिविल लाइन व नगर मंडल में आयोजित कार्यक्रम में कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर मे परमिट प्रणाली को चुनौती देते हुए वहां प्रवेश करके भारत के सम्मान, स्वाभिमान तथा राष्ट्रवादी विचारधारा को जो मजबूती प्रदान किया। आज उसी का परिणाम है कि हमारी राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सार्वभौमिकता सुरक्षित है। उन्होंने कहा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन भारत मां की धरती के लिए समर्पित कर दिया था। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से कहा था या तो मैं संविधान की रक्षा करूंगा नहीं तो अपने प्राण दे दूंगा।
सदस्य विधान परिषद वागीश पाठक ने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में कहा
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू-कश्मीर गए थे, वहां उन्हें शेख अब्दुल्ला की सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने कहा था कि मैं इस देश का सांसद हूं, मुझे अपने देश में कहीं जाने से आप कैसे रोक सकते हैं। उन्हें गिरफ्तार किया गया और गिरफ्तारी के कुछ ही दिनों बाद ही उनकी रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी, लेकिन आज डॉ. मुखर्जी का सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साकार हुआ है।
सांसद बदायूँ डॉ० संघमित्रा मौर्य ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन दर्शन पर जितना भी प्रकाश डाला जाय, कम होगा। उनके बलिदान को देश कभी भुला नहीं सकता। देश की अखण्डता के लिए उन्होंने जो रास्ता दिखया उसका हम सबको अनुसरण करना चाहिए।
पूर्व मंत्री/सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने बदायूँ नगर में कहा कि आपका व्यक्तित्व प्रत्येक देशवासी को राष्ट्र के प्रति अपने दायित्वों का बोध कराता रहेगा। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी एकात्मवाद मानववाद के प्रेणता थे। जिन्होंने राष्ट्र की अवधारणा को केंद्र बनाकर जनसंघ की स्थापना की थी, जो जनता पार्टी से भारतीय जनता पार्टी के रूप में विराट वटवृक्ष के रूप में स्थापित है।
बिल्सी विधायक हरीश शाक्य ने बिल्सी नगर में कहा डॉ. मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन अखंड भारत बनाने के लिए समर्पित कर दिया था। उन्होंने मुखर्जी की ओर से भारतीय राजनीति में राजनीतिक सिद्धांतों की स्थापना में दिए गए योगदान के बारे में कार्यकर्ताओं को अवगत कराया। साथ ही कार्यकर्ताओं को राष्ट्र व समाज सेवा के क्षेत्र में ईमानदारी व निष्ठा से काम करने के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी से प्रेरणा लेते हुए काम करने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर मनोज मसीह, जितेंद्र साहू, मनोज गुप्ता, पंकज शर्मा, गोपाल शर्मा, रवि बाल्मीकि, कमलजीत भूरानी, मनोज चंदेल आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।