ठोस, तरल अपशिष्ट प्रबन्धन कें संबंध में हुई कार्यशाला, कूडा का उचित प्रबंधन ही गांव को विकसित करता है

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सहारनपुर : ठोस, तरल अपशिष्ट प्रबन्धन कें संबंध में हुई कार्यशाला, कूडा का उचित प्रबंधन ही गांव को विकसित करता है

✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,ब्यूरो चीफ-न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:।

 

सहारनपुर (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। मुख्य विकास अधिकारी/उपाध्यक्ष जिला स्वच्छता समिति विजय कुमार ने स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के अन्तर्गत आयोजित जनपद स्तरीय ठोस, तरल अपशिष्ट प्रबन्धन कार्यशाला विकास भवन सभागार में कहा कि कूड़ा का उचित प्रबन्धन का विकसित गांव बनायें। मुख्य विकास अधिकारी आजादी के अमृत महोत्सव अवसर पर प्रतिभागियों का आहवान करते हुए अत्यन्त भावनात्मक तरीके से अभिप्रेरित किया कि कूडे का उचित प्रबन्धन कर आर्थिक रूप से ग्राम पंचायतों को समृद्ध करने का संकल्प ले। उन्होंने नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि के आधार पर निकलने वाले ठोस, तरल अपशिष्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि जहां नगर में लगभग 450 ग्राम के आसपास कूडा एक परिवार निकालता है, वही ग्रामीण क्षेत्र में मात्र 80 से 100 ग्राम के बीच में ही कूडा निकलता है। उन्होने इस बात पर जोर दिया कि कूडे की आर्थिक मूल्य को समझते हुए प्रथम प्रयोगी प्लास्टिक उपयोग न करने के लिए जन आन्दोलन बनाने की दिशा मे भी सकारात्मक रूप से कार्य करना है। उन्होने ग्राम पंचायत स्तर पर तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान में जल श्रोतो मुख्यताः तालाब संरक्षण के प्रति सरकार का ध्यान अमृत सरोवर योजना के निर्माण की ओर केन्द्रित है। उक्त के आलोक में जैव विविधता को वैज्ञानिक तरीके से अपनाते हुए जल प्रदूषण को कम करने एवं पर्यावरणीय वनस्पतियों को संरक्षित करने की दिशा में भी हमको कार्य करना है। कार्यशाला में उपनिदेशक(पंचायत) हरिकेश बहादुर, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक शर्मा, उपायुक्त (श्रम एवं रोजगार) अरूण कुमार उपाध्याय सहित युगान्तर धामा, संदीप कुमार, अभिषेक कुमार सिंह उपस्थित रहे।

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