मालखाने से गायब बैग प्रकरण की जांच करेंगी सीओ सिटी प्रीति त्रिपाठी।

*मालखाने से गायब बैग प्रकरण की * जांच करेंगी सीओ सिटी* *प्रीति त्रिपाठी।*

*रिपोर्ट – संजय राय*

*बलिया-* शहर कोतवाली के मालखाने से गायब बैग प्रकरण की जांच पुलिस अधीक्षक राजकरण नय्यर ने सीओ नगर प्रीती त्रिपाठी को सौंपी है। अब देखना यह है कि पुलिस महकमे अफसर इस प्रकरण में कार्रवाई करते हैं या क्लीन चिट देकर कोतवाली पुलिस का हौसला बढ़ाते हैं।
पुलिस महकमे के कारनामे आमजनमानस को काफी चौंकाने वाले सामने आ रहे हैं। हाल में ही नरहीं थाने से चोरी की बुलेट बरामद का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था कि शहर कोतवाली के मालखाने में जमा बैग गायब होने का मामला प्रकाश में आया है। गायब बैग में मोबाइल और पैसा था। पीड़ित 10 दिनों से कोतवाली का चक्कर काट रहा है, लेकिन पुलिस अभी तक बैग नहीं ढूंढ सकी है। इस घटना ने कोतवाली पुलिस कठघरे में खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है मालखाने से गायब बैग को पुलिस कब तक ढूंढ पाती है। पुलिस के इस छवि को सुधारने के लिए अब आला अफसरों को ही कुछ करना होगा। तभी पुलिस अपनी पुरानी रक्षक वाली छवि कायम रख पाएगी।
शहर के एक मुहल्ले के एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के गायब होने की तहरीर बीते 31 दिसम्बर 2021 को कोतवाली में दी थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा नोएडा से लड़की व लड़के को पकड़ कर कोतवाली लाने के बाद लड़की को छोड़ दिया जाता है तथा चार जनवरी 2022 को मऊ जिले के घोसी थाना तिलई खुर्द निवासी सचिन गुप्ता को पाक्सो एक्ट तथा बलात्कार के मुकदमे में चालान कर दिया गया। गिरफ्तारी के पूर्व सचिन गुप्ता के पास से तीन बैग कोतवाली पुलिस ने अपने थाना के मालखाने में जमा कराया दिया। इधर, 28 जुलाई को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद सचिन गुप्ता 16 अगस्त 2022 को बैग लेने के लिए कोतवाली पहुंचा तो आफिस के मुंशी द्वारा दो बैग दे दिया गया । जबकि तीसरा बैग मालखाने से गायब था, जो बैग गायब था उसमें एक मोबाइल, पन्द्रह हजार रूपया तथा कुछ उपयोगी सामान था। अब सवाल यह उठता है कि मालखाने से बैग कैसे गायब हो गया। कोतवाली पुलिस को मोबाइल का आईएमआई नंबर भी दिया गया है, लेकिन पुलिस अभी तक नहीं ढूंढ पाई है। कोतवाली के मालखाने से बैग का गायब होना कई सवाल खड़े कर रहा है। उधर सचिन गुप्ता अपने बैग के लिए कोतवाली का दस दिनों से चक्कर काट रहा है।