कौशल विकास मंत्री कपिल देव वं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा राजधानी लखनऊ में “कुशल भारत विकसित भारत’’ अभियान के अंतर्गत स्किल इंडिया मिशन के प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षुओं और लाभार्थियों का किया गया सम्मान

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लखनऊ

ब्यूरो रिपोर्ट

 

कौशल विकास मंत्री कपिल देव वं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा राजधानी लखनऊ में “कुशल भारत विकसित भारत’’ अभियान के अंतर्गत स्किल इंडिया मिशन के प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षुओं और लाभार्थियों का किया गया सम्मान*

*स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त करने वाले युवक समाज के अन्य लोगों को उद्यमी बनने के लिये करें प्रेरित: श्री जयंत चौधरी

आईटीआई व प्रशिक्षण कार्यक्रमों के पाठ्यक्रम इंडस्ट्री की मांग के ही अनुसार; राज्य सरकार इंडस्ट्री के साथ साझेदारी कर तलाशे रोजगार के अवसर: श्री जयंत चौधरी

 

2014 में उतर प्रदेश में नेशनल हाईवे की लम्बाई मात्र 7986 किमीं थी जो 2023 में बढकर 12 हजार 292 किमी हो गयी: : श्री जयंत चौधरी

 

लखनऊ भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “कुशल भारत विकसित भारत: नए भारत के युवाशक्ति से विकसित भारत का सृजन” अभियान के अंतर्गत स्किल इंडिया मिशन के प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षुओं के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से उनके मंत्रालय से जुड़ी किसी भी तरह की मांग की जाएगी तो वे उसे बिना देरी किए तुरंत पूरा करेंगे । उन्होंने कहा कि पॉलीटेक्निक कालेज का निर्माण करना हो , इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना या शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना हो प्रदेश की हर जरूरतों को प्राथमिकता दी जाएगी।

श्री चौधरी ने कहा कि कौशल, रोजगार व प्रशिक्षण के लिए केंद्र सरकार के पास पहले से बहुत योजनाएं है सिर्फ लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि आपके आस पास क्या सरकार या निजी संस्थाओं द्वारा क्या प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएं जा रहे है इसकी जानकारी आप स्किल इंडिया की वेबसाइट पर जाकर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रोजगार प्राप्त किया है वो समाज के अन्य लोगों को जागरुक करें। श्री जयंत चौधरी ने कहा कि आईटीआई व प्रशिक्षण कार्यक्रमों के पाठ्यक्रम को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार तैयार किया गया है जो कि राष्ट्रीय शिक्षा की नीति के मानक के अनुरुप है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकारें इंटस्ट्री के साथ पार्टनरशिप करें ताकि रोजगार के अधिक अवसर प्राप्त हो सके।

 

श्री चौधरी ने कहा कि उतर प्रदेश में अब तक 60 हजार लोगों को प्रशिक्षित किया गया है और इस साल तीन लाख लोगों को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य रखा गया है। शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने कहा कि बांदा में केंद्रीय विद्यालय के निर्माण के लिये कैबिनेट मंजूरी मिल गई है और शीघ्र ही वहां स्कूल बनेगा।

केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने कहा कि संसद में बहुत से लोगों ने चर्चा कि इस बार के बजट में उतर प्रदेश को कुछ भी नहीं मिला है जो कि पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि आप अगर बजट दस्तावेज को पढेंगे तो आपको पता चलेगा कि उतर प्रदेश को 2.43 लाख करोड़ का पैकेज दिया गया है। श्री चौधरी ने कहा कि उतर प्रदेश में डिफेंस कारिडोर जैसी कई आकर्षक योजनाएं पहले से चल रही है जो कि प्रधानमंत्री के निर्देश व मार्गदर्शन में चल रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि 2014 में उतर प्रदेश में नेशनल हाईवे की लम्बाई मात्र 7986 किमीं थी जो 2023 में बढकर 12 हजार 292 किमी हो गयी।

*उत्तर प्रदेश में कौशल विकास का संक्षिप्त विवरण*

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई): 2015 में इस योजना के शुभारंभ के बाद से 24 जुलाई 2024 तक देश भर में 1.50 करोड़ से अधिक लोगों ने पीएमकेवीवाई के तहत प्रशिक्षण प्राप्त किया है। उत्तर प्रदेश में 21.60 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें से 16.87 लाख उपरोक्त योजना के तहत प्रमाणन पूरा हो चुका है। योजना के अल्पकालिक प्रशिक्षण (एसटीटी) के तहत प्रमाणित 8.93 लाख उम्मीदवारों में से 3.39 लाख उम्मीदवारों को स्किल इंडिया डिजिटल (एसआईडी) में नियुक्त किया गया है। पीएमकेवीवाई 4.0, यानी योजना के नवीनतम संस्करण के तहत, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई), एआईसीटीई से संबद्ध कॉलेजों, जन शिक्षण संस्थान (जेएसएस), पीएमकेके, एसएससी, सीबीएसई स्कूल, एनआईईएलआईटी, एसडीआई रायबरेली, सीआईपीईटी, डीआईएवी, हरिडकॉन प्रशिक्षण केंद्र (सीपीएसयू), केंद्रीय विद्यालय (केवी), छावनी बोर्ड, जेएनवी आदि में स्थापित 1367 कौशल भारत केंद्रों के माध्यम से 4.61 लाख उम्मीदवारों को नामांकित किया गया है। 73,516 उम्मीदवारों को नए युग की नौकरी भूमिकाओं जैसे सोलर पीवी इंस्टॉलर (सूर्यमित्र), तकनीशियन 5 जी – सक्रिय नेटवर्क इंस्टॉलेशन, सोलर पीवी इंस्टॉलर – इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स मशीन मेंटेनेंस एग्जीक्यूटिव, सोलर एलईडी तकनीशियन आदि में नामांकित किया गया है।राज्य में अब तक 205 रोजगार मेले आयोजित किए गए हैं, जिनमें 64,589 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया। राज्य में योजना के कार्यान्वयन के लिए 179.91 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की गई है।

जन शिक्षण संस्थान (JSS): जुलाई 2018 में इस योजना को शिक्षा मंत्रालय से MSDE को हस्तांतरित किए जाने के बाद से वित्त वर्ष 2018-19 से 31 मार्च 2024 तक JSS योजना के तहत देश भर में 26.37 लाख लाभार्थियों को प्रशिक्षित किया गया है। वर्ष 2018-19 से उत्तर प्रदेश में JSS के तहत 4,92,589 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया गया।