समाज में जो मेधा प्रतिभा है उपेक्षित न रह जाये इसके लिए महामना शिक्षण संस्थान काम कर रहा : डा. कृष्ण गोपाल 

लखनऊ

ब्यूरो

समाज में जो मेधा प्रतिभा है उपेक्षित न रह जाये इसके लिए महामना शिक्षण संस्थान काम कर रहा : डा. कृष्ण गोपाल

जे.ई.ई. मेन परीक्षा के प्रथम प्रयास में चयनित विद्यार्थियों का हुआ सम्मान

लखनऊ,07 जुलाई । भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा संचालित महामना शिक्षण संस्थान का नूतन सत्र अभिनंदन एवं पूर्व विद्यार्थी अलंकरण समारोह का आयोजन रविवार को गन्ना अनुसंधान संस्थान में किया गया। इस अवसर पर जे.ई.ई. मेन परीक्षा के प्रथम प्रयास में चयनित विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल ने कहा कि समाज में जो मेधा,प्रतिभा क्षमता है वह उपेक्षित न रह जाये। गरीब परिवारों के प्रतिभाशाली बच्चे शिक्षा से वंचित न हो इसलिए महामना शिक्षण संस्थान शुरू किया गया। यह प्रकल्प छात्र और छात्राओं को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ जे.ई.ई. और नीट की परीक्षा हेतु विगत 5 वर्षों से निःशुल्क आवासीय और शिक्षण सम्बन्धी सुविधाओं को प्रदान कर उनका भविष्य संवार रहा है।

 

डा. कृष्ण गोपाल ने कहा कि अध्यापक बनना जीवन का श्रेष्ठतम कर्म है। इसलिए समाज के सबसे अच्छे लोगों को अध्यापक बनना चाहिए। आज शिक्षा केवल पैसा उत्पन्न करने का साधन बन गयी है। इसलिए जिनको नई पीड़ी को दिशा देनी है उन्हें अध्यापक बनना चाहिए। विद्यार्थियों का आहवान करते हुए उन्होंने कहा कि अपनी मातृभूमि जैसी भी है,पूज्य व पवित्र है। जहां भी रहो पूरे संस्कारों के साथ,सत्यनिष्ठा,कर्तव्य, आचार्य व माता पिता का ध्यान रखना और अपने संकल्प की कीर्ति सर्वदूर प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि अपनी मातृभूमि की सेवा केसे अधिक से अधिक हो सकती है वह काम हमें करना चाहिए। पहले दुनिया भर के विद्यार्थी भारत में शिक्षा ग्रहण करने आते थे। आज भारत के विद्यार्थी बाहर जा रहे हैं।

 

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने अपने आभासी उद्बोधन में कहा कि हमें अपने वैज्ञानिक संस्कार और अपनी संस्कृति को संजोए रखते हुए लक्ष्य को पहचानने और उसे प्राप्त करने में सदैव तत्पर रहें। उन्होंने वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज जो शिक्षा हमारे विश्वविद्यालयों में दी जा रही है उससे हमारे छात्रों को सुख व शान्ति नहीं मिल रही है।

 

सारस्वत अतिथि आईआईटी कानपुर के पद्मश्री प्रोफेसर एच.सी.वर्मा ने कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए सक्षम चिकित्सकों की आवश्यकता है। आज सबसे अधिक आवश्यकता अच्छे शिक्षक तैयार करने की है। उन्होंने कहा कि अगर हम दिमाग से सोचना और हाथ से काम करना विद्यार्थी को नहीं सिखा पाये परीक्षा पास कराने से कुछ नहीं होगा। लक्ष्य निर्धारण ठीक से करें और पूरी मेहनत से मन लगाकर पढ़ाई करें।

महामना शिक्षण संस्थान की बालिका प्रकल्प की संयोजिका डा.अणिमा जामवाल ने बालिका प्रकल्प के भवन निर्माण के लिए सहयोग की अपील की। तत्काल राज्यसभा सदस्य बृजलाल ने महामना शिक्षण संस्थान के बालिका प्रकल्प के भवन निर्माण के लिए 30 लाख रूपये की धनराशि देने की घोषणा की।

इस अवसर पर नीट एवं जेईई परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने वाले महामना शिक्षण संस्थान लखनऊ के विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। संस्थान के संरक्षक प्रमोद तिवारी ने राष्ट्र प्रथम की भावना एवम् नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़‌ने की प्रतिज्ञा समस्त सफल विद्यार्थियों को दिलाई।

महामना शिक्षण संस्थान के सचिव रंजीव तिवारी ने बताया कि पिछले तीन वर्ष में संस्थान से निकले 30 से अधिक विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित प्रौद्योगिक संस्थानों से बी.टेक. और एमबीबीएस की उच्च डिग्री प्राप्त करने हेतु अध्ययनरत हैं। यहां पर विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा के शुल्क की व्यवस्था संस्थान द्वारा समाज के सहयोग से की जाती है।

 

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन, प्रान्त प्रचारक कौशल, विद्या भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री हेमचन्द्र, प्रान्त प्रचारक प्रमुख यशोदानन्द,पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, विभाग प्रचारक अनिल, वनवासी कल्याण आश्रम के मनीराम पाल, लोहिया के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डा. नवीन जामवाल, लविवि के पत्रकारिता विभाग के डा.सौरभ मालवीय और डा.संतोष शुक्ला प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अनघ शुक्ला ने किया।