अलापुर थानाध्यक्ष की दबंगई, जुए,सट्टे की जानकारी पूछने पर पत्रकार को पीटा, जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
अलापुर थानाध्यक्ष की दबंगई, जुए,सट्टे की जानकारी पूछने पर पत्रकार को पीटा, जिलाधिकारी ने दिए जांच के आदेश
बदायूॅ। बदायूं जिले के थाना अलापुर के क्षेत्र में बढ़ रही अपराधिक घटनाओं की जानकारी लेने गए पत्रकार के साथ गाली-गलौज व दुर्व्यवहार व अलापुर थानाध्यक्ष की दबंगई झूठे मुकदमे में जेल भेजने की शिकायत आज जिलाधिकारी से की है। जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए एसएसपी को शिकायती पत्र आदेश कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें कि मामला बदायूं जिले के थाना अलापुर मैं तैनात थानाध्यक्ष धनंजय सें है। विगत 25 दिसंबर को थानाध्यक्ष से नगर में हो रही जुआ,सट्टा आदि घटनाओं की जानकारी करने पर अलापुर थानाध्यक्ष आग बबूला हो गए। और आरोप है कि शराब के नशे में पत्रकार को गंदी-गंदी गाली देते हुए कहा कि तू बहुत बड़ा पत्रकार बनता है। पहले इसको जेल भेजना पड़ेगा। और कहां कि इतनी मार लगाऊंगा, साले छिन्नते कहकर, जेल भेजने की धमकी दी। और मार-पीट कर थाने से भगा दिया। और कहा कि सब पत्रकारिता भूल जाएगा। पत्रकार ने आरोप लगाते हुए कहा है कि थाने में जुआ,सट्टा करने वाले कुर्सी पर बैठकर चाय की चुस्की ले रहे थे और उन्हीं के सामने पत्रकार को धक्का देकर थाने से बाहर कर दिया। आरोप है कि रात के समय अलापुर थानाध्यक्ष शराब नशे में चूर रहते हैं और कहते हैं कि अपने क्षेत्र का अधिकारी हूँ मैं किसी को नहीं मानता मैं वही करता हूं जो मेरे मन में आता है। तुझे जो करना है कर ले।
आपको बता दें कि सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने एक आदेश कर कहां है कि पुलिस पत्रकारों को परेशान ना करें और मीडिया कर्मी पर झूठे मुकदमे लिखने वाले सलाखों मैं होंगे। और कहां है कि पत्रकारों का विशेष ध्यान रखा जाए और शांति और सम्मान का व्यवहार करें। और कहां है कि पत्रकार देश का चौथा स्तंभ है। लेकिन अलापुर के थानाध्यक्ष शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि इससे पहले भी अलापुर थाने में तैनात थानाध्यक्ष हरपाल सिंह बालियान पर गंभीर आरोप लगे थे। और डी.जी.पी लखनऊ की कार्रवाई वह बच नहीं सके। जिससे उनका तबादला गैर जनपद कर दिया गया। इस घटना को लेकर पत्रकार बहुत दुखी है। और मान- सम्मान की लड़ाई नियंत्रण जारी रखेगा।