अध्यात्म ओरा आपके चारों तरफ एक एनर्जी होती है जो आपको आकर्षित बनाती है

अध्यात्म ओरा आपके चारों तरफ एक एनर्जी होती है जो आपको आकर्षित बनाती है

 

 

जिस परिवेश व संगति में हम रहते हैं और जैसे परिवार में हमारा जन्म होता है और जिस प्रकार की हमारी विचारधारा होती है और जिस प्रकार के हमारे मित्र मंडली होती है विचारधारा में हमारा पूर्व जन्म का भी योगदान होता है उसी तरह तरह का एक हमारे चारों तरफ आ एनर्जी तैयार होती है जिसे औरा कहा जाता है यह हमारे आचार विचार खान-पान रहन-सहन संगति परिवार से तैयार होता है कई बार आपने देखा होगा कुछ लोगों के पास बैठने के बाद हमारा भागने का मन करता है कुछ लोगों के पास बैठे रहने का मन करता है कुछ स्थान पर भागने का मन करता है कुछ स्थान पर बैठे रहने का मन करता है यह सब एनर्जी का ही खेल है कभी जीवन में आपने देखा भी होगा आपकी कितनी बड़ी समस्या हो जीवन की वह यदि आप किसी सिद्ध पुरुष संत मंदिर कहीं भी आप जाते हैं तो उस समस्या का धीरे-धीरे समाधान होने लगता है आपके पूर्व जन्म के कर्म कटने लगते हैं हमारे विचारों का हमारे शरीर पर भी अच्छा में बुरा प्रभाव पड़ता है यदि हमारा सकारात्मक चिंतन है उसका प्रभाव हमारे शरीर पर सकारात्मक ही पड़ेगा यदि नकारात्मक चिंतन है तो उसका प्रभाव हमारे शरीर पर नकारात्मक ही पड़ेगा