ग्रामीण क्षेत्रों में क्रीडा स्थलों का निर्माण व गोशालाओं हेतु दान स्वरूप भूसा एकत्र करने के निर्देश
सहारनपुर : ग्रामीण क्षेत्रों में क्रीडा स्थलों का निर्माण व गोशालाओं हेतु दान स्वरूप भूसा एकत्र करने के निर्देश
✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,ब्यूरो चीफ-न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:।
सहारनपुर (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। मण्डलायुक्त लोकेश एम. द्वारा शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं एवं कार्यक्रमों व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सर्किट हाउस सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन करते हुए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये गये। मण्डलायुक्त लोकेश एम. द्वारा मुख्य रूप से कार्यालय प्रबंधन हेतु निर्धारित 77 चेक प्वाइंटस पर विकास खण्ड कार्यालयों को अपग्रेड करने, विकास खण्ड मुख्यालय पर निवास किये जाने, मुख्य मार्गों के चौराहों, फ्लाईओवर के अन्डरपास व कार्यालय परिसरों में उचित साफ-सफाई कराने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारियों को दिये। अमृत सरोवर विकसित किये जाने हेतु खण्ड विकास अधिकारियों को मौके पर जाकर तालाब का निरीक्षण करते हुए संबंधित विभागों के साथ समन्वय बनाकर डी0पी0आर0 तैयार कराने व तद्नुसार इकोलॉजिकल मोड में अमृत सरोवरों को विकसित कराने के निर्देश भी दिये गये। मण्डलायुक्त लोकेश एम द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा अभिलेखों का सुव्यवस्थित रखरखाव न करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अभिलेखों के रखरखाव के निर्देश दिये गये। लोकेश एम0 ने समस्त विकास खण्डों में कम से कम एक-एक अखाडा स्थल अथवा क्रीडा स्थल की स्थापना निर्धारित डाइमेंशन के अनुरूप करने व आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था कराने, ग्राम पंचायतों में ठोस अपशिष्ट का उचित प्रबंधन कराने के निर्देश दिये। वर्तमान में भूसे की ऊंची कीमतों के दृष्टिगत गोशालाओं में संरक्षित गोवंश के लिए भूसे की व्यवस्था हेतु समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह पूर्व सूचना देते हुए किसी 1 ग्राम पंचायत में जाकर लोगों को प्रेरित कर दान स्वरूप भूसा एकत्र कराकर नजदीक की गौशाला में भिजवाते हुए सोमवार तक रिपोर्ट फोटोग्राफ सहित उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। मण्डलायुक्त लोकेश एम द्वारा कहा गया कि निर्देशों के अनुपालन की स्थिति के सत्यापन हेतु उनके द्वारा शीघ्र ही जनपदवार निरीक्षण किया जायेगा। अनुपालन न होने की दशा में कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होने जेडीसी को निर्देश दिए कि कार्यशाला में अनुपस्थित खण्ड विकास अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किये जायें। कार्यशाला में मण्डल व जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ खण्ड विकास अधिकारियों द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।