राजकीय मेडिकल कालेज के छात्रों के बीच संघर्ष, सात के खिलाफ एफआईआर, प्राचार्य ने सातों छात्रों को किया निलंबित
सहारनपुर : राजकीय मेडिकल कालेज के छात्रों के बीच संघर्ष, सात के खिलाफ एफआईआर, प्राचार्य ने सातों छात्रों को किया निलंबित
✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,जिला प्रभारी- न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:।
सहारनपुर (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। सहारनपुर के राजकीय मेडिकल कालेज में वरिष्ठ और कनिष्ठ छात्रों के बीच में बीती रात हुए संघर्ष में थाना सरसावा पुलिस ने इन्टर्नशिप कर रहे सात छात्रों प्रार्जल, प्रभात, दीपक, तुषार यादव, सौरभ भारती, अभिषेक और भव्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 323 और 427 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा कालेज के एक अन्य छात्र हिमांशु ने दर्ज कराया है। थाना प्रभारी सरसावा धर्मेन्द्र कुमार ने आज बताया कि छात्रों ने एक दूसरे के छात्रावासों में तोड़फोड़ की, आपस में मारपीट की। कालेज के प्राचार्य ने इन नामजद सात छात्रों जो एमबीबीएस के 2016 बैच के हैं, को कालेज से निलंबित कर दिया है। पुलिस के मुताबिक बीती रात मेडिकल कालेज के पास एक रिसोर्ट में पार्टी थी जिसमें 2016 बैच और 2019 बैच के छात्रों के बीच किसी बात को लेकर बहस और विवाद हो गया। रात्रि एक बजे के बाद इन छात्रों के दोनों गुटों के बीच कालेज के छात्रावास में फिर से संघर्ष हो गया। जिसमें कई छात्रों को चोट भी आई। इस मामले की तफ्तीश पिलखनी पुलिस चौकी प्रभारी विकास सिंघल कर रहे हैं। एसएचओ धर्मेन्द्र ने बताया कि पुलिस ने अभी इन उपद्रवी छात्रों को गिरफ्तार नहीं किया है। कालेज के प्राचार्य डा. अरविंद त्रिवेदी ने इस मामले की जांच के लिए चार वार्डेन की एक टीम नियुक्त की है। ध्यान रहे सात माह पहले नवंबर 2021 में भी कालेज के वरिष्ठ और कनिष्ठ छात्रों के बीच मारपीट और संघर्ष हुआ था। छात्रों ने एक दूसरे के छात्रावास पर पथराव और कांच की बोतलें फेंकी थी। नवंबर 2021 में कालेज में कनिष्ठ और वरिष्ठ छात्रों के बीच रैगिंग को लेकर भी विवाद हो गया था। पुलिस ने तब कालेज का छात्रावास खाली कराया था। पुलिस को उस दौरान छात्रावास से शराब की खाली बोतलें भी मिली थीं। सहारनपुर का यह राजकीय मेडिकल कालेज कभी भी सामान्य स्थिति में नहीं रहता है। यहां हर कुछ माह बाद छात्रों के संघर्ष और अनुशासनहीनता की घटनाएं होना आम बात है।