स्थानीय उत्पादन बिच्छू घास सिसौण से हर्बल चाय, रेशा धागा तथा कपड़ा आधारित विविध उत्पादन तैयार करने हेतु
दिनेश भट्ट संवादाता अल्मोड़ा उत्तराखंड news avp.
स्थानीय उत्पादन बिच्छू घास सिसौण से हर्बल चाय, रेशा धागा तथा कपड़ा आधारित विविध उत्पादन तैयार करने हेतु जिला प्रशासन तथा ग्रामीण उधम वेग वृद्धि परियोजना के तत्वाधान में प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ आज श्रद्धानंद कीड़ा मैदान ताड़ी खेत में आयोजित कार्यक्रम के द्वारा किया गया। इस शुभारंभ कार्यक्रम की क्षमता रानीखेत विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल ने की तथा इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर विशेष कार्य अधिकारी पर्यटन विभाग भास्कर खुल्बे तथा सचिव ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने भी प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। तथा अतिथियों को पौधा तथा उत्तराखंडी टोपी भेट कर उनका स्वागत किया गया। विधायक प्रमोद नैनवाल ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर महिलाओं की आर्थिक गतिविधियों मैं बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों एवं स्थानीय औषधियों को रोजगार से जोड़कर पलायन की समस्या से निजात दिलाने की दृष्टि से भी इस कार्यक्रम का विशेष महत्व है। दौरान विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे ने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई आजीविका कि इस पहल से ग्रामीण महिलाओं की आर्थिकी में सकारात्मक परिवर्तन होगा। तथा महिलाएं इस प्रशिक्षण के माध्यम से बिच्छू घास के विभिन्न उत्पादन बनाने की विधि प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि इस पहल से स्थानीय उत्पादकों को बाहरी पहचान भी मिलेगी जिलाधिकारी वंदना सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह पूरे मनोयोग एवं सकारात्मकता के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा अपनी आजीविका को बढ़ाए । उन्होंने प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों को भी लगन एवं निष्ठा से कार्य करने को कहा । मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण 3 चरणों में आयोजित किया जाएगा जिसमें 100 महिलाओं को प्रशिक्षा दिया जाएगा। तथा प्रत्येक जलन का प्रशिक्षण 5 दिनों का होगा। ताड़ी खेत ब्लॉक से 33 एवं भिकियासैंण ब्लॉक से 49 महिलाओं को चयनित भी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के प्रथम चरण में महिलाओं को बिच्छू का से रेशा निकालना , द्वितीय चरण में धागा तैयार करना तथा तृतीय चरण में धागे से कपड़ा तैयार करना सिखाया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित नारी शक्ति स्वायत्त सहकारिता चौकुनी एवं दुर्गा महिला ग्राम संगठन डोबा महिलाओं को कृषि विभाग के माध्यम से उपलब्ध है कराए गए फार्म मशीनरी बैंक का भी अतिथियों ने रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान श्री खुल्बे एवं श्री पुरुषोत्तम को एन आर एल एम की वैष्णो जागृत स्वयं सहायता समूह सिमखलिया द्वारा बनाई गई एपण नेम प्लेट भी प्रशासन के माध्यम से भेंट की गई। इस अवसर एन आर एल एम के माध्यम से संचालित समूहों द्वारा विभिन्न उत्पादों के स्टाल भी लगाए गए। कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कलाकारों ने दिखाएं तथा स्कूली बच्चों ने सुंदर-सुंदर प्रस्तुति देकर सबको आनंदित किया। कार्यक्रम का संचालन विभू कृष्णा ने किया। इस अवसर पर जूना अखाड़ा के महामडलेश्वर हिमालयन पीठाधीश्वर स्वामी विजेंद्रा नंद, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन, जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामीण उधम वेग वृद्धि परियोजना कैलाश भट्ट समेत अन्य गणमान्य एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।