गाँधीनगर स्थित भाजपा कार्यालय पर आपातकाल विरोधी काला दिवस मनाया गया मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय महामंत्री श्री हरीश ठाकुर जी उपस्थित रहे
गाँधीनगर स्थित भाजपा कार्यालय पर आपातकाल विरोधी काला दिवस मनाया गया मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय महामंत्री श्री हरीश ठाकुर जी उपस्थित रहे
सर्व प्रथम मंचासीन पदाधिकारियों द्वारा भारतमाता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर एवं वंदे मातरम् गायन के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया
गया। जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष वीरपाल निर्वाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल, पूर्व विधायक उमेश मलिक व जिला पदाधिकारियो द्वारा पटका पहनाकर, शाल ओढ़ाकर व पुष्प गुच्छ देकर भव्य स्वागत किया गया।
सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला व मुख्य अतिथि हरीश ठाकुर द्वारा लोकतंत्र सेनानियों को हरवीर सिंह जी, रमेश चन्द जी, रघुवीर दयाल जी, राजबाला जी, उर्मिला रानी जी, जितेन्द्र कुमार सिंघल जी, राम शरण जी, बदलू जी, मामचन्द जी, पुरूषोत्तम दास शर्मा जी, बिहारीलाल जी, सत्य प्रकाश शर्मा जी, राजबल सिंह जी, प्रेम प्रकाश जी, ईश्वर सिंह जी एवं प्रीतम सिंह जी को माला, पटका पहनाकर, शाल ओढाकर व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया और उपरोक्त सभी लोकतंत्र सेनानियों ने अपने-अपने संस्मरण भी बताए।
बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला व संचालन कार्यक्रम संयोजक व जिला उपाध्यक्ष संजय गर्ग द्वारा किया गया इस अवसर पर कार्यक्रम सह संयोजक व जिला मंत्री रेणु व वैभव त्यागी भी उपस्थित रहे।
क्षेत्रीय महामंत्री श्री हरीश ठाकुर जी ने बताया कि 25 जून 1975 भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का काला दिन था 25 जून को इंदिरा गाँधी ने लोकतंत्र व सविधान का गला घोट कर देश में आपातकाल लागू कर दिया था देशभर में खास कर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में विपक्षी नेताओ को न केवल गिरफ्तार कर जेलो में भेंढ, बकरियो की तरह ठूस दिया गया बल्कि कांग्रेस सरकार का विरोध करने वाले सारे विपक्षी कार्यकर्ताओं के परिवारों को बुरी तरह से प्रताडित किया गया असंवैधानिक तरीके से सत्ता पर काबिज कांग्रेस का आतंक इस कदर था कि जेलो में बद लोकतंत्र सेनानीयों को यह डर सताने लगा कि क्या कभी वे इन काली रातो का सीना चिरकर न्याय का सूरज देखने के लिए जेल से बहार आ पाएगे कांग्रेस के इस दमनात्मक कार्यवाही के विरुद्ध जनसंघ काल से ही भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ वह विविध अनुसांगिक संगठन के राष्ट्रवादी कार्यकर्ता लाठी गोली की परवाह न करते हुए लडाई लड़ते आ रहे है,
बन्धुओ लोकतंत्र की हत्यारी कांग्रेस ने केवल 1975 में ही नही बल्कि अनेको बार अपने निजि हितो के लिए राज्य सरकारो को बर्खास्त कर राज्यों में राष्ट्रपति शासन लगाकर लोकतंत्र को कांग्रेस का बंधक बनाया बन्धुओ सभ्यता कि राजनीति का एक नियम यह भी है
कि हम अपने इतिहास के उन काले दाग-धब्बो को इस लिए याद रखे ताकि आने वाली पीढीया सबक ले सके इसलिए हम सभी ने आज 25 जून को संवैधानिक मूल्यो कि रक्षा के लिए आपातकाल विरोधी काला दिवस मनाया है जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने बताया कि आज से ठाक 47 साल पहले 25 जून 1975 को भारत में आपातकाल लागू करने की घोषणा की गई थी, यह आपातकाल पूरे देश में 21 महीने के लिए लगाया था उस कांग्रेस के नेता इंदिरा गाँधी देश की प्रधामंत्री थी मीडिया रिपोर्टस और इतिहासकारो द्वारा बताया जाता है कि तत्कालीन राष्ट्रपति फखरूदीन अली अहमद ने इंदिरा गाँधी के कहने पर संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत आपातकाल लागू करने का ऐलान किया था आजादी के बाद देश में लागू होने वाले आपातकालों में 25 जून 1975 वाले या इंदिरा गाँधी वाले आपातकाल को विवादास्पद और अलोकतांत्रिक करार दिया गया इसे लागू करने की घोषणा के बाद राजनीतिक तौर पर इंदिरा गाँधी के घोर विरोधी और आपातकाल की मुखालफत करने वाले जयप्रकाशा नारायण या जेपी ने इसे भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का काला अध्याय कहा था।
बैठक में मुख्य रूप पिछडा आयोग सदस्य जगदीश पांचाल, सपना कश्यप, सुखदर्शन बेदी, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप सैनी, क्षेत्रीय मंत्री डॉ० पुरूषोत्तम, जिला महामंत्री विजय सैनी, रोहिल वाल्मिकी, विनीत कात्यायन, सुषमा पुण्डीर, जिला कोषाध्यक्ष रमेश खुराना, जिला उपाध्यक्ष राजीव गुर्जर, शरद शर्मा, जिला मंत्री सुधीर खटीक, वैभव त्यागी, सुनील दर्शन, सचिन सिंघल, जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा, जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा कार्तिक काकरान, रजत त्यागी, जिलाध्यक्ष • किसान मोर्चा अमित सिंह रावल, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता सैनी, शालिणी शर्मा, आशुतोष शर्मा, मण्डल अध्यक्ष राजेश पाराशर, कपिल त्यागी, हरेन्द्र पाल, डॉ० वीरपाल सहरावत, मुकेश शर्मा, विशाल गर्ग, आदेश शर्मा, संजय धीमान, ब्लॉक प्रमुख अनिल राठी, रक्षित नामदेव, कैप्टन प्रवीण, जिला पंचायत सदस्य ठा० रामनाथ, श्रीभगवान शर्मा, रामकुमार शर्मा, डॉ० संदीप शर्मा, अंकुर पाल, सुन्दर सिंह पुण्डीर, विपुल शर्मा, मानवेन्द्र शर्मा, अमिता चौधरी, अंजली शर्मा, गोपाल महेश्वरी, हिमांशु सैनी, अशोक बाटला, अजय सागर, सन्नी वर्मा, कपिल पाहुजा, सागर वाल्मीकि, राजीव शर्मा, मनोज वर्मा, अमित बोबी, जोगेन्द्र वर्मा, किरणपाल पंवार, संयज अग्रवाल, अनिल तोमर, रविश अंसारी, समर गजनी, मूलचन्द शर्मा, कपिल पाल, अतुल शर्मा, अखिलेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।