*आज दिनांक 19 मई 2022 को भारतीय किसान मजदूर संगठन के जिला अध्यक्ष दीपक सोम ने अग्रवाल मार्केट स्थित सुभाष चौहान (नामित सदस्य स्वास्थ्य विभाग) के कार्यालय पर किसानों की समस्याओं को लेकर की विस्तृत चर्चा की इस अवसर ठा० पृथ्थी सिंह और ठा० राम अवतार सिंह चौधरी देशराज चौहान एम सचिन त्यागी उपस्थित रहे।*
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Previous देवबंद : युवा शक्ति व छात्र आगे आकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के लिए संघर्ष करें – भगत सिंह वर्मा लगातार बढ़ती हुई समस्याओं का एकमात्र हल पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण : वर्मा ✍रिर्पोट :- गौरव सिंघल,ब्यूरो चीफ-न्यूज एवीपी,जनपद सहारनपुर, उप्र:। देवबंद (न्यूज एवीपी ब्यूरो)। पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा कार्यालय पर एक बैठक को संबोधित करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय संयोजक भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ती हुई महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसी गंभीर समस्याओं का एकमात्र हल उत्तर प्रदेश का विभाजन ही है। उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य होने के कारण यहां कानून व्यवस्था ठप्प हो गई है, शिक्षा, चिकित्सा की सुविधाएं नाममात्र को है। भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण किया जाए। जो आज समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश 240928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जिसमें 75 जिले, 80 लोकसभा क्षेत्र, 403 विधानसभा क्षेत्र और आठ करोड़ जनसंख्या है। इतने बड़े प्रदेश का संचालन लखनऊ में बैठकर कोई भी मुख्यमंत्री नहीं कर सकता है। सरकारी नौकरी में पूरब के लोगों का वर्चस्व है। पश्चिम के बेरोजगार युवक रोजगार के लिए तरसते रहते हैं। भगत सिंह वर्मा ने युवा शक्ति और छात्रों से पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के संघर्ष में बढ़रचढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। पृथक पश्चिम प्रदेश देश ही नहीं दुनिया का सबसे उन्नतिशील विकसित समस्याओं से रहित रोजगार परक राज्य होगा। जिसमें 8 करोड़ जनसंख्या की सभी समस्याएं छूमंतर हो जाएंगी। भगत सिंह वर्मा ने महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण करने की मांग की और कहा कि छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव है। भगत सिंह वर्मा ने दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि 40 वर्ष से वकीलों के संघर्ष करने के बावजूद भी आज तक पश्चिम में हाईकोर्ट की बेंच तक स्थापित नहीं की गई है। जो यहां की आठ करोड़ जनसंख्या के लिए शर्मनाक है और यहां की जनता को न्याय के लिए 800 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र चौधरी गुर्जर ने कहा कि किसान, मजदूर, व्यापारी, छोटे दुकानदार, बुद्धिजीवी, वकील, पत्रकार, युवा शक्ति और छात्र जात बिरादरी और धर्म से ऊपर उठकर पृथक पश्चिम प्रदेश निर्माण के संघर्ष में जोर-शोर से भाग लेकर पृथक राज्य के लिए संघर्ष करें। बैठक का संचालन करते हुए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 करोड़ जनसंख्या की उन्नति और खुशहाली के लिए पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा सुप्रीमो भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण होकर रहेगा। जिसके लिए संघर्ष तेज कर दिया गया है। बैठक में वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मोहम्मद फिरोज खान, प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर पहल सिंह सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद रजा, प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित नीरज कपिल, प्रदेश सचिव नीरज सैनी, मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह बंटी, मंडल महामंत्री वीरेंद्र चौधरी बिल्लू, जिला अध्यक्ष सुशील गुर्जर धारकी, जिला महामंत्री सुनील धीमान, जिला उपाध्यक्ष वसीम जहीरपुर, हाजी साजिद, हाजी सुलेमान, महबूब हसन, सुभाष त्यागी, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुधीर चौधरी, अरविंद चौधरी आदि ने भाग लिया।