उद्यमियों के महाकुंभ उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लखनऊ में उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
उद्यमियों के महाकुंभ उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का लखनऊ में उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
उसी क्रम में आज मुजफ्फरनगर में निवेश कुंभ का आयोजन *इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन,पेपर मिल एसोसिएशन व जिला उद्योग केंद्र* द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री वीरपाल निर्वाल अध्यक्ष जिला पंचायत श्री विजय शुक्ला जिला अध्यक्ष भाजपा श्री सतपाल पाल चेयरमैन जिला सहकारी कोऑपरेटिव बैंक जिलाधिकारी श्री अरविंद मल्लप्पा बंगारी मुख्य विकास अधिकारी श्री संदीप भागिया एसपी क्राइम श्री प्रशांत कुमार आईआईए चेयरमैन श्री विपुल भटनागर आईआईए केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री नीरज केडिया आईआईए व सचिव मनीष भाटिया ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ व माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव संबोधन सभी उद्यमी व अधिकारीगण ने सुना। देश विदेश का उधमी उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था व इज ऑफ डूइंग बिजनेस की वजह से उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए उत्साहित है।
*जिला सहकारी कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष सतपाल पाल* ने कहां की उद्योग विकास की रीढ़ हैं शासन-प्रशासन उद्योग के साथ है।
*भाजपा जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला जी* ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश प्रगति की ओर है मुजफ्फरनगर के उद्यमियों का लक्ष्य के सापेक्ष दो गुना से अधिक निवेश करने के लिए उनका अभिनंदन है।
*आईआईए चैयरमेन विपुल भटनागर* ने कहा कि यूपी बदल रहा है लॉ एन ऑर्डर सुधरा है इस वजह से उद्योग पनप रहा है युवा पीढ़ी भी बिजनेस में आगे आ रही है पहली बार ऐसा हो रहा है कि सरकार द्वारा एमएसएमई को पूछा जा रहा है जोकि देश व प्रदेश के तरक्की में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है डिजिटलाइज़ेशन से पारदर्शिता बढ़ी है उद्यमी का विश्वास लौट रहा है मुज़फ़्फ़रनगर में उद्यमिता बहुत है, जिस भी उद्योग में जाते है देश विदेश में स्थान बनाते है । विपुल भटनागर ने कहा कि एनसीआर में आना पहले अभिमान लगता था परंतु अब अभिशाप हो गया है l एनजीटी व सीपीसीबी द्वारा अव्यवहारिक व अतर्कसंगत नियम थोप दिये है उदाहरण के तौर पर उद्योग में जनरेटर सिर्फ बिजली जाने पर 15 या 20 मिनट के लिए चलाता है वह भी जिस क्षेत्र की बिजली गई हुई है वहाँ ही ऐसे में उद्योग में जनरेटर को बैन करना तर्क से परे है कि उससे पर्यावरण कैसे प्रदूषित हो जाएगा ये एक भ्रम बना दिया गया है कि सिर्फ उद्योग ही प्रदूषण करता है जबकि वास्तविकता इस से परे है प्रदूषण के वास्तविक कारणों को खोजा ही नहीं जा रहा है, मुजफ्फरनगर में निवेश की इससे कई गुना संभावना है किंतु जमीन की उपलब्धता ना होना,औद्योगिक क्षेत्र की कमी,डेवलपमेंट अथॉरिटी के कुछ नियम इसके आड़े आ रहे हैं उम्मीद है इसमें सुधार होगा व मुजफ्फरनगर में उद्यमी इससे कई गुना निवेश आगे भी करेगा एसपी क्राइम प्रशांत कुमार ने कहा कि मुजफ्फरनगर की जनता व उद्यमी को
सुरक्षा के प्रति विभाग आश्वस्त करता है
*आईआईए के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य नीरज केडिया* ने कहा कि आज माहौल बदल रहा है विभाग भी सहयोगी की भूमिका में आगे है जो अधिकारीगण नियम विरुद्ध कार्य करते हैं उनका खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ता है।
*मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया* ने औद्योगिक पॉलिसी के बारे में विस्तार से सभी को बताया मुजफ्फरनगर में लक्ष्य से कई गुना निवेश किए जाने के लिए उद्यमियों का आभार व्यक्त किया व प्रेजेंटेशन के माध्यम से मुजफ्फरनगर में उद्योग व उससे जनित होने वाले राजस्व व रोजगार के बारे में सभी को बताया कहा कि जिले में 20000 से भी अधिक सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग है। *जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी* ने आश्वस्त किया कि मुजफ्फरनगर को हम आदर्श शहर बनाने का प्रयास करेंगे बिजली की उपलब्धता तो बहुत है उसकी गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शीघ्र प्रयास किया जा रहे है मुजफ्फरनगर को नया औद्योगिक क्षेत्र देने का भी प्रयास करेंगे उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए आपका सहयोग अपेक्षित है। कार्यक्रम का संचालन *आईआईए सचिव मनीष भाटिया* ने किया।
*आईआईए के उपाध्यक्ष पवन कुमार गोयल व उपायुक्त उद्योग परमहंस मौर्या ने* कार्यक्रम में उपस्थित सभी उद्यमियों व अधिकारियों आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में सर्वश्री अमित गर्ग पंकज जैन भीमसेन कंसल सुशील अग्रवाल सुधीर गोयल अनुज कुच्छल कपिल मित्तल अरविंद गुप्ता अश्वनी मित्तल, प्लासा होटल के स्वामी शुभ जिंदल व अजय जिंदल विनय मित्तल विवेक गोयल मुकुल गौरव कुमार गोयल प्रशांत गुप्ता अतुल अग्रवाल अमन गुप्ता नईम चांद साकार गुप्ता विपुल गर्ग आदि अनेकों उद्यमी व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।