आखिर राव इंद्रजीत ने बाईपास बनवा कर अपना संकल्प किया पूरा

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*आखिर राव इंद्रजीत ने बाईपास बनवा कर अपना संकल्प किया पूरा*

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा रेवाड़ी शहर व नारनौल
का सफर होगा मिनटों में पूरा

रेवाडी। आदर्श शर्मा
अहीरवाल के लंदन कही जाने वाली रेवाडी का सफर आने वाले दिनों में न केवल आसान होने वाला है बल्कि विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस होगा।
सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 हज़ार करोड की लागत से तैयार रेवाड़ी। बाईपास के चार लेन जनता को समर्पित कर शहर के यातायात को जाम मुक्त करने की दिशा में बड़ा तोहफा दिया है।
इस रेवाड़ी बाईपास की परिकल्पना यहां के क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने 9 वर्ष पूर्व की थी। केंद्र की भारतमाला परियोजना के अंतर्गत निर्मित इस बाईपास को बनाने के लिए अनेक राजनीतिक बाधाओं का सामना भी उन्हें करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनके राजनीतिक विरोधियों की सोच थी कि रेवाड़ी में इस प्रकार के बाईपास की आवश्यकता ही नहीं है। केंद्र सरकार में भी कुछ लोगों ने इसकी पैरवी की और इस रेवाड़ी बाईपास को व्यर्थ का खर्चा बताया। उनके विरोधी एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के पैसों से तैयार झज्जर रोड बाईपास को ही रेवाड़ी के लिए पर्याप्त बताकर भारतमाला के अंतर्गत बनने वाले रेवाड़ी के नए आउटर बाईपास की फाइल को दबाने में लगे रहे।
ंकेंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद राव द्रजीत सिंह भारतमाला परियोजना के अंतर्गत रेवाड़ी के नए आउटर बाईपास। के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी से मुलाकात कर उन्हें रेवाड़ी में भारी वाहनों लगने वाले प्रतिदिन यातायात जाम की समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने राइट्स जैसी सर्वे एजेंसी से इस बाईपास निर्माण के लिए सर्वे करवाकर केंद्रीय मंत्री गडकरी को सौंपा। राइट्स के सर्वे में यह पाया गया कि रेवाड़ी शहर के अंदर से जा रहे भारी यातायात को नियंत्रित करने के लिए एक नए आउटर बाइपास की सख्त आवश्यकता है और भविष्य को देखते हुए भी इसको बनाने की जरूरत है।
ंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राव के निवेदन को स्वीकार करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को भारत माला परियोजना। अंतर्गत रेवड़ी आउटर बाइपास का सर्वे मंजूर करने व इसे बनाने के लिए मंजूरी दी।
सोमवार को 1 हज़ार करोड की लागत से तैयार करीब 15 km आउटर बाईपास के बनने के बाद रेवाड़ी शहर का भारी यातायात शहर के बाहर से गुजरने लगा है और शहर के लोगों खासी। राहत जाम से मिली है।

*रेवाड़ी का बाहरी हिस्सा नंदन की तरह आने लगा नजर।*

रेवाडी के आउटर बाईपास बनने के बाद 15 किलोमीटर क्षेत्र का नजारा लंदन से कम नजर नहीं आ रहा है। बाईपास पर अनेकों आवासीय परियोजनाएं के साथ साथ रैपिड मेट्रो से जुड़ने के भी रास्ते खुल गये हैं।

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